गिरफ्तार सहीराम की बेटी व DM टिहरी सोनिका ने कहा- कई सालों से पिता से नही कोई संबंध
रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं सहीराम मीणा
देहरादून: राजस्थान के कोटा में गिरफ्तार नारकोटिक्स विभाग के एडिशनल कमिश्नर सहीराम मीणा की बेटी और टिहरी जिलाधिकारी (DM) सोनिका सिंह ने मामले में अपनी सफाई दी है. उन्होंने भ्रष्टाचार में लिप्त अपने पिता से किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया है. जिलाधिकारी सोनिका ने कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता है और ना ही मेरा इससे कोई मतलब है. उन्होंने कहा कि वे पिछले कई सालों से अपने पिता के संपर्क में नहीं हैं.
क्या है पूरा मामला?
कोटा एसीबी (Anti Corruption Bureau) की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए केन्द्रीय नारकोटिक्स विभाग के अतिरिक्त कमिश्नर को ट्रेप किया है. जिसके बाद एडिशनल कमिश्नर नारकोटिक्स ब्यूरो आईआरएस सहीराम मीणा को 5 लाख की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया. गणतंत्र दिवस पर जिस सरकारी आवास पर तिरंगा फहराया गया, उसी तिरंगे के नीचे चल रहे रिश्वतखोरी के बड़े खेल का पर्दाफाश हुआ, जब एसीबी टीम मीणा के जयपुर स्थित आवास पर पहुंची तो वहां का नजारा देख दंग रह गई. उनके आवास पर तीन सूटकेस में करोड़ों रुपए की नकदी भरी हुई मिली. इतने ज्यादा नोट भरे थे कि उन्हें गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी.
इसके साथ ही मीणा के जयपुर स्थित आवास से अधिकारियों को अभी तक 82 भूखंडों के कागज मिले हैं. इसके अलावा जयपुर में अलग-अलग जगहों पर 25 दुकानों के कागज, मुंबई स्थित एक फ्लैट के कागज, सांगानेर जयपुर में 1.2 हेक्टर कृषि भूमि के कागज, जयपुर में एक पेट्रोल पंप, एक मैरिज गार्डन के कागज बरामद किए हैं. इसके साथ ही आवास से 2 करोड 26 लाख 98 हजार 800 नकद बरामद और
6 लाख 22 हजार रुपये का सोना-चांदी भी मिला है.