प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में महाशिवरात्रि पर्व
नरेंद्र दीक्षित

बडामलहरा। स्थानीय प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में महाशिवरात्रि पर्व पर आध्यात्मिक पाठ पढाया गया। सुखी जीवन का मूलमंत्र बताते हुऐ कहा कि, न किसी को दुख देना है और न दुख लेना है।
स्थानीय प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम व श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। बुधवार सुबह 7:30 बजे से समारोह का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में शिव आरती, ध्वजारोहण के उपरांत प्रसाद वितरण किया गया। कु. अंजली व कु. कात्यानी ने शिव महिमा पर नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मनमोह लिया।
कार्यक्रम में राजयोगिनी शैलजा बहन छतरपुर, माधुरी बहिन, रमा बहन व मधुकर भाई ने महाशिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुऐ कहा कि, कलयुगी घोर अंधियारी रात में शिव परमपिता परमात्मा का इस धरा पर दिव्य अवतरण हुआ उसी की याद में हम महाशिव रात्रि मनाते है। अपने अंदर की बैर बुराईओं को स्वाहा करने के लिये शिव को आक धतूरा, कांटे व बेलपत्र अर्पण करते है। जीवन में सच्ची सुख शांति प्राप्त करनें, प्रतिज्ञा कराई गई कि, न दुख देना है और न दुख लेना है। जीवन को श्रेष्ठ बनाने हेतु 1 घंटे आध्यात्मिक पढाई जरूर पढना है। रीना बहन ने बताया कि, कार्यक्रम के पश्चात एक रैली निकालकर महाराजगंज स्थित शिव मंदिर व एक आध्यात्मिक हॉल का उद्घाटन किया गया। नवनिर्मित में हॉल में ईशवरीय ज्ञान व योग शिक्षाऐं दी जाऐगी।