
यूसुफ पठान मड़ियादो/दमोह-
मड़ियादो/ ऐसा प्रतीत होता है जैसा मडिय़ादो स्थित सरकारी अस्पताल आइसीयू में अतिम सांसे ले रहा हो। अस्पताल में विभिन्न पद रिक्त हैं, जिसमें कंपाउंडर और स्टाफ नर्स मुख्य है। इस अस्पताल में लगभग छह माह पहले कंपाउंडर के रिटायर होने के बाद कोई दूसरा कंपाउंडर नहीं नियुक्त हुआ। वहीं स्टाफ नर्स, वार्डवाय भी नहीं है जिसके चलते अस्पताल में अधिकांश समय सुनसान पड़ा रहता है।
इस अस्पताल पर मडिय़ादो सहित 48 गांव की 42 हजार 378 की आबदी आश्रित है। इन्हें उपचार के लिए महज एक डॉक्टर नियुक्त है उसे भी दो दिन हटा सिविल अस्पताल में सेवाएं देना पड़ रही है। कुछ गांवों को छोड़कर समूचा क्षेत्र आदिवासीय बाहुल्य है। यहां की 90 फीसदी आबादी सरकारी अस्पताल पर आश्रित है। लेकिन यहां अस्पताल में समूचित उपचार की व्यवस्था नहीं होने के कारण मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं।